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प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना कारण व रोकने के उपाय

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प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना कारण व रोकने के उपाय

प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना इन हिंदी: गर्भावस्था में अक्सर कुछ महिलाओं को खून के धब्बे (blood spotting) और ब्लड आने की समस्या होती है जिससे गर्भवती महिला घबरा जाती है। ऐसे में कुछ सवाल हमें परेशान करते है जैसे की क्या प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होती है,  गर्भावस्था में रक्तस्राव क्यों होता हैं और क्या गर्भावस्था में ब्लीडिंग होना सही है। गर्भावस्था के दौरान खून बह रहा है तो ये गर्भपात का कारण भी बन सकता है पर ये देखना अहम होगा की कौन से महीने में रक्तस्राव हो रहा है। 1st month, 3rd month या 9th month, कितने भी हफ्ते या महीने हो गए हो खून आना या फिर पीरियड्स के दर्द जैसा महसूस हो सबसे पहले चिकित्सक से मिलना चाहिए और अगर कोई गंभीर समस्या नहीं तो सलाह ले कर ही प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के घरेलू उपाय करे। आज इस लेख में हम जानेंगे how to stop bleeding during pregnancy pregnancy in hindi.

जाने प्रेगनेंसी में क्या खाएं क्या ना खाएं

प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना इन हिंदी, Pregnancy me bleeding rokne ke upay

 

क्या गर्भावस्था में ब्लीडिंग होती है

प्रेगनेंसी के दौरान अगर थोड़ी ब्लीडिंग हो तो एक दम से घबराए नहीं, ये एक नार्मल प्रक्रिया भी हो सकती है पर अगर ये प्रक्रिया आप को नार्मल ना लगे व समस्या गंभीर लगे तो बिलकुल भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए। अक्सर बहुत सी pregnant women गर्भावस्था में खून आना अनुभव करती है और इनमें से अधिकतर महिलाएं पहले 3 महीने में इसका अनुभव करती है जो की नॉर्मल माना जाता है। खून के धब्बे थोड़े बहुत दिखने का मतलब गर्भपात होना नहीं है। गर्भावस्था में स्पॉटिंग आम है, लगभग एक तिहाई गर्भवती महिलाओं के साथ ऐसा होता है। ब्लीडिंग जब तक नॉर्मल है तब तक परेशान होने की ज़रूरत नहीं है और जब ये नॉर्मल ना दिखे तब इसे अनदेखा भी नहीं करना चाहिए।

 

प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होने के कारण : Causes of Bleeding During Pregnancy

इन्फेक्शन: महिला की योनि में इन्फेक्शन की वजह से भी 1 से 3 month में ब्लीडिंग हो जाती है। एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी: इसमें भ्रूण का विकास गर्भ में होने की बजाय फेलोपियन ट्यूब में ही शुरू हो जाता है। इंप्लांटेशन ब्लीडिंग: ये ब्लीडिंग गर्भावस्था में शुरुआत के दिनों में होती है, इसमें भ्रूण गर्भ में इम्प्लांट होता है। हार्मोंस मे बदलाव: Periods कंट्रोल करने वाले हार्मोंस में बदलाव के कारण भी प्रेगनेंसी की शुरुआत में ब्लीडिंग हो सकती है। गर्भाशय का फटना: अगर गर्भवती महिला के गर्भ में किसी वजह से कोई घाव हो जाये तो इसके फटने का ख़तरा अधिक हो जाता है। शारीरिक मेल: गर्भावस्था के दौरान संबंध बनाने से भी रक्तस्राव की आशंका बढ़ जाती है।

 

प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना इलाज और उपाय Pregnancy Me Bleeding Rokne ke Upay in Hindi

प्रेगनेंसी में पीरियड्स आने रुक जाते है इसलिए किसी भी रंग का ब्लीडिंग हो इसे पीरियड्स ना समझे और अपने चिकत्सक से सलाह ले। गर्भावस्था के दौरान रक्तस्राव को रोकने के लिए घरेलू नुस्खे और उपाय करने से पहले कुछ बातों का ख्याल रखना जरुरी है इस बारे में आगे लेख ध्यान से पढ़े।

 

1. पहले तीन महीने में ब्लीडिंग होना : Pregnancy ke First 3 Month me Bleeding

प्रेगनेंसी के पहले 3 महीने में रक्तस्राव होना नॉर्मल है पर जब खून आना और साथ में कुछ परेशानी महसूस हो तब ये गर्भपात होने के लक्षण भी हो सकते है ,ऐसी स्थिति में अपने डॉक्टर से मिले और जाँच करवाए। पहले तीन महीने में योनि से ब्लड आना इसे एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी के रूप में भी देखा जाता है। इसमें गर्भाशय के बाहर ही गर्भ स्थित हो जाता है और महिला को pregnant होने का एहसास दिलाते है। जाने घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट कब और कैसे करे

 

2. 3 से 9 month के बीच bleeding होना

प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना इस बात के संकेत होते है की किसी वजह से बच्चे को तकलीफ़ हो रही है और जल्दी ही कुछ ना किया जाये तो गर्भपात भी हो सकता है। गर्भावस्था में रक्तस्राव पहले तीन महीने में जब तक ज्यादा ना हो परेशानी नहीं है, पर जब 3 से 6 महीने के बीच में bleeding हो या  आखरी के तीन में ब्लीडिंग हो तो ये एक गंभीर समस्या बन सकती है। 3 महीने बाद ब्लीडिंग होती है तो ये बच्चे और महिला के लिए परेशानी का सबब बन सकता है इसलिए ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिल कार उपचार शुरू करवाए।

 

प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होने पर क्या करे

1. गर्भावस्था के समय ब्लीडिंग होने पर परेशान होने की बजाय शांत दिमाग़ से पहले ये देखे की आप को ब्लड ज्यादा निकल रहा है या दर्द जादा हो रहा है। अब इस बात को आप अपने चिकित्सक से साँझा करे ताकि आपको ब्लीडिंग रोकने के सही ट्रीटमेंट मिल सके।

2. प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय में सब से अहम् है शारीरिक मिलाप ना बनाए।

3. ब्लीडिंग होने के दौरान पेंटी या फिर पैड पहने, इससे आप ये जान सकेंगे की ब्लीडिंग कितनी और किस तरह की हो रही है।

4. इस बात का ध्यान देना भी जरुरी है की ब्लड गाढ़ा है या पतला व कितनी तेज़ी से ब्लड निकल रहा है।

5. गर्भावस्था के दौरान रक्तस्राव होने के साथ अगर कुछ अन्य लक्षण भी दिखे तो इस बारे में डॉक्टर को बताये। जैसे की पेट में दर्द होना या periods जैसा महसूस होना।

 

ब्लीडिंग में गर्भपात के लक्षण क्या है

गर्भावस्था में ब्लीडिंग हो तो उसकी महक और रंग देख कर भी पता लगा सकते सकते है की ये bleeding normal है या नहीं। आइये मिसकॅरेज होने के लक्षण जानते है.

पीरियड्स की तरह कमर और पेट में दर्द होना। योनि से लाल या फिर भूरे या हल्का गुलाबी रंग का डिसचार्ज होना। नॉर्मल दिनों से जादा pain होना व खून आना। योनि में खिचाव सा महसूस होना और तेज़ी से गाढ़ा और लाल रंग का खून निकलना। खून के गाढ़े गाढ़े थक्के निकलना व पेट में तेज दर्द होना।

 

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दोस्तों प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना इलाज व उपाय कैसे करे, Pregnancy Me Bleeding Rokne ke Upay in Hindi का ये लेख कैसा लगा हमें बताये और अगर आपके पास प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के घरेलू उपाय, गर्भावस्था के दौरान रक्तस्राव होने पर क्या करे से जुड़े सुझाव है तो हमारे साथ साँझा करे।

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