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महिलाओं और पुरुषों में थायराइड के लक्षण कारण और उपाय

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महिलाओं और पुरुषों में थायराइड के लक्षण कारण और उपाय

थायराइड के लक्षण व कारण पुरुषों और महिलाओं में इन हिंदी: पुरुष की तुलना में महिला में थायराइड की समस्या अधिक होती है।  थायराइड होने पर शुरूआती लक्षण क्या होते है अगर इस बात की जानकारी हो तो समय रहते ही इस रोग की पहचान कर इलाज से इसे बढ़ने से रोका जा सकता है और अगर इस बीमारी के कारण मालूम हो तो इससे बचने के उपाय भी किए जा सकते है। थाइरोइड 2 प्रकार का होता है, हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म। आज इस लेख में हम जानेंगे थायराइड कैसे होता है और पुरुषों महिलाओं व बच्चों में थायराइड रोग के प्रमुख लक्षण क्या है, home remedies solutions and symptoms of thyroid problems in hindi in men and women.

जाने मोटापा कम करने के उपाय

थायराइड के लक्षण क्या होते हैं, Thyroid ke lakshan in hindi

 

थायराइड टेस्ट कैसे करे

अगर आपको थायराइड के सिम्पटम्स दिख रहे है या इस रोग को ले कर मन में कोई शंका हो तो सबसे पहले thyroid test करवा कर इसकी पुष्टि करे। T3, T4 और TSH टेस्ट से बॉडी में थाइरोइड का स्तर चेक किया जाता है। टेस्ट करवाने से पूर्व एक बात का ध्यान रखे की टेस्ट के कम से कम 12 घंटे पहले तक आप कुछ ना खाए पिए।

 

थायराइड के लक्षण महिलाओं और पुरुषों में Thyroid Ke Lakshan (Symptoms) in Hindi

 

1. थायराइड रोग और उसके लक्षण में बॉडी इम्युनिटी कमजोर होने लगती है जिस कारण शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कम होने लगती है। इसके इलावा बॉडी का मेटाबोलिज्म भी धीमा हो जाता है और हम जो कुछ खाते पीते है वो सही तरीके से ऊर्जा में नहीं बदलता जिससे शरीर को ज़रूरी एनर्जी नहीं मिल पाती।

2. प्रारंभिक लक्षण में जो सबसे जल्दी नज़र आते है वो है आंखे, बाल और नाखून का अस्वस्थ होना। ये रोग होने पर नाखून रूखे और पतले होने लगते है। नाखून पर दरारें दिखने लगती है और जल्दी टूटने लगते है।

3. महिलाओं में थायराइड की समस्या होने पर आँखों के रोग भी हो जाते है, जैसे की आँखों पर सूजन आना और खुजली होना।

4. Thyroid starting symptoms में बालों का झड़ना और गंजापन आना भी है और इसके इलावा आइब्रो के बाल भी झड़ने लगते है।

5. थायराइड रोग के लक्षण महिलाओं में पीरियड्स से भी पता लग सकते है जैसे की अनियमित माहवारी की समस्या होना, पीरियड्स कम या जादा  होना या फिर दो पीरियड्स के बीच का अंतराल कम या जादा होना।

6. कुछ महिलाओं को शरीर में पानी और दूसरे तरल पदार्थों का अवरोधन होने लगता है जिस कारण हाथ और पैरों में सूजन आने लगती है।

7. गले में सूजन, आवाज में भारीपन आना और गले में कुछ सुई जैसा चुभना भी थाइरोइड की पहचान है।

8. मोटापा बढ़ना और कम होना भी थायराइड के संकेत है। हाइपोथाइरॉइड में तेजी से मोटापा और वजन बढ़ता है और कॉलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ने लगता है। हाइपरथाइरॉइड में वजन और कॉलेस्ट्रॉल कम होने लगता है।

9. पुरुषों में थायराइड के प्रमुख लक्षण में ऊर्जा स्तर कम होना, चिड़चिड़ापन, वजन और आहार में बदलाव आना, स्तनों का असामान्य तरीके से विकास होना और मांसपेशियों में दर्द व कमजोरी महसूस करना।

10. ज्यादा नींद आना, जल्दी थकान होना और कमजोरी महसूस होने लगती है।

11. दिमाग की सोचने व समझने की ताकत कम होना, डिप्रेशन में रहना, याददाश्त कमजोर होना और किसी काम में मन ना लगना इस बीमारी के कुछ अन्य लक्षण है।

12. बच्चों में बड़ों की तुलना में थायराइड की समस्या कम होती है पर अगर बच्चे को ये रोग हो जाये तो इसका बुरा असर उसके विकास पर पड़ता है। बच्चे में थायराइड होने पर कमजोरी, थकान, वजन का बढ़ना, अवसाद और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

जाने थायराइड का इलाज कैसे करे

 

हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण – Hypothyroidism ke lakshan

मोटापा और वजन का बढ़ना कब्ज की समस्या होना ठंड जादा लगना आवाज़ में भारीपन आना त्वचा में रूखापन दिखना भूख कम लगना या ना लगना चेहरे और आँखों पर सूजन आना सिर गर्दन और जोड़ों में दर्द होना

 

हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण – Hyperthyroidism symptoms

वजन कम होना हार्ट बीट तेज होना पसीना अधिक आना हाथों पैरों में कपकपी होना

 

थायराइड रोग के कारण – Thyroid hone ke karan in hindi जादा टेंशन लेने से इसका बुरा प्रभाव थाइरोइड ग्रंथि पर पड़ता है। किसी मेडिसिन (दवा) के साइड एफेक्ट होने से भी ये रोग हो सकता है। थायराइड प्राब्लम खाने में आयोडीन की मात्रा कम या फिर जादा होने की वजह से भी हो जाती है। थायराइड कैसे होता है इसका एक कारण अनुवांशिक भी है। परिवार में किसी को thyroid problem हो तो परिवार के दूसरे सदस्यों को भी ये बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। प्रेगनेंसी के दौरान प्रेग्नेंट वीमेन को थायराइड का रोग होने की संभावना जादा होती है क्यूंकि गर्भावस्था के समय गर्भवती महिला के शरीर में कई प्रकार के हॉर्मोनल बदलाव होते है। सोया उत्पाद के अधिक प्रयोग से भी ये बीमारी हो सकती है। सोया को कुछ लोग प्रोटीन पाउडर के रूप में इस्तेमाल करते है। प्रदूषण का हमारी सेहत पर बुरा असर पड़ता है इससे सांस से जुड़े रोग तो होते ही है साथ ही हवा में मौजूद जहरीले कण थायराइड ग्रंथि को भी नुकसान पहुंचाते है।

 

थायराइड रोग के घरेलू ट्रीटमेंट टिप्स इन हिंदी

थायराइड की समस्या के लिए समाधान में रोगी को अपनी डाइट में विटामिन ऐ अधिक लेना चाहिए। गाजर और हरी सब्जियों में विटामिन ऐ अधिक मात्रा में होता है। इससे थायराइड को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। प्रतिदिन 3 से 4 लीटर पानी पिए, इससे शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकलते है। आयोडीन से thyroid control करने में मदद मिलती है और जितना हो सके नेचुरल तरीके से मिलने वाले आयोडीन का ही सेवन करे जैसे टमाटर, प्याज और लहसुन। थायराइड होने पर क्या खाना चाहिए ये जानने के साथ साथ ये भी जानना ज़रूरी है की क्या नहीं खाएं। शराब, धूम्रपान, तम्बाकू और दूसरी नशीली चीजों से दूर रहे। जाने थायराइड में क्या नहीं खाएं। सप्ताह में एक दिन नारियल पानी पिए। सफेद नमक की बजाय काला या सेंधा नमक प्रयोग करे। थायराइड रोग से प्रभावित कोई शादीशुदा महिला अगर प्रेग्नेंट होने के बारे में सोच रही है तो उसे अपनी प्रेगनेंसी प्लान करने से पहले चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए और थाइरोइड पूरी तरह से कंट्रोल होने के बाद ही गर्भधारण का सोचे।

 

दादी माँ के घरेलु नुस्खे बाबा रामदेव पतंजलि की आयुर्वेदिक दवाएं

दोस्तों महिलाओं और पुरुषों में थायराइड के लक्षण व कारण, Thyroid Ke Lakshan (Symptoms) in Hindi का ये लेख आपको कैसा लगा हमें बताएं और अगर आपके पास थायराइड रोग की समस्या के समाधान के लिए इलाज उपाय और घरेलू नुस्खे से जुड़े सुझाव है तो हमारे साथ साँझा करे।

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